Etawah:-इश्क जब परनवा चढ़ता है तो किसी को नहीं देखा ना किसी से डरता है ऐसे ही एक चौंकाने देने वाला मामला इटावा की कचहरी परिश्रम में देखने को मिला कचहरी परिश्रम में बने मंदिर में एक दूसरे को साक्षी मानकर किया विवाह इटावा के कलेक्ट परिसर में भगवान को साक्षी मानकर एक सामाजिक संगठन के द्वारा दोनों परिवारों को मिलाने का काम किया गया,
जिसमें युवक युवती दोनों ही वयस्क थे जो की दिल्ली में एक ही साथ प्राइवेट कंपनी में जॉब किया करते थे दोनों में प्रेम हुआ और प्रेम की चर्चा युवक युक्ति ने अपने माता-पिता से की,
इसके बाद सामाजिक संगठन द्वारा भोले बाबा को साक्षी मानकर कलेक्टर परिसर में युवक युवती को दांपत्य जीवन के बंधन में बांध दिया गया,
वही युवक युवती को माता पिता और ग्राम प्रधान ने नए जीवन की शुरुवात के लिए आशीर्वाद दिया